ब Schose एक कर्नल साहब अक all'avore एक दिन जब सद्गुरुदेव बैठे हुये थे, वट सावित्री पूजन करने के बाद नवयौवनाओं का एक दल गुरुदेव का आशीर्व लेक लेकरवा हुआ हुआ ही ही थ थ scopa कि क कiché कुछ लोगों के साथ उस समय हाल में सद सद्गुरुदेव जी की बताई साधना सम all'avore
कर्नल साहब की बातों को उसने सद्गुरुदेव के सामने अशिष्ट और अमर्यादित तथा शिष all'avore देश की रक्षा करना निःसन्देह गौरव की बात है और पूरा देश ऐसे देशभक्तों की आज आरती उतार रहा है। बड़े काम करना श्रेष्ठ पुरुषों का काम होता है, परन्तु आप तो पुरुष ही नहीं हैं! '
यह वाक्य सुनकर कर्नल साहब आग बबूला हो उठे और कुछ ऐसा बोला जो मुझे याद नहीं है, परन्तु बेल एकदम शान ज भ भ से बोली बोली बोली बोली उत की की की आवश आवश देख वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं वयं uire
कर्नल साहब ड्राईंग रुम से लगे बाथरुम में गये और जब उन्होंने पाया की उनका पौरुष प्रतीक ही गायब है, तब उनके चेहरे से हवाईय उड़ने लगी औ वे वेriger है है है है तब उनके चेहरे से हव हवens लेकिन बेला ने मासूमियत की चादर ऐसी ओढ़ी जैसे पत पता ही नहीं हो और कहा- 'मैंने तो अभी ही स साधना सिद्ध की, इस स स को पूर्ववत करने का विधान मैंने मैंने है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है की की की है स सtopथिति को पूर* करने करने का विधान मैंने मैंने है है है है है है है है है है है है है मैंने है है है है है है है है है की की की है स सtopथिति को पूens
कर्नल साहब के आंसू छलछला आये, सद्गुरुदेव जी को दया आई और उन्होंने मुस्कुराते हुये बेला को मीठी झिड़की दी दी बेला ने कहा-'अचebछा अब आप कसम खा लें, कि ज्योतिष के प्रति कभी ऊल-जलुल नहीं औ और फिर बाथरुम हो आयें। '
कर्नल बाथरुम जाकर लौटकर ऐसे गायब हुये कि फिर हम उन्हें दुबारा देखने का सौभाग Qi एक होली के अवसर पर परम पूज्य गुरुदेव ने ऐसी ही छेड़-छाड़ करने वाली साधना बेला बोस को सीख दी थी और उसकी लगन और अथक मेहनत करने की भावना को परख कर परम पूज्य सद्गुरुदेव जी ने कामाख्या कामरुप में उसे उच्चतर साधनाये सम्पन्न करवाई।
बेला बोस के जन्म चक्र में अन्य ग्रहों के अतिरिक्त चन्द्रमा की विशिष्ट स्थिति को रेखांकित कर ही इस प्रकार की साधनाये सद्गुरुदेव ने उसे प्रदान की, जिनमें व्यत्तिफ़ संवेदनाओं से परिपूर्ण तो हो, परन्तु उन्हें मर्यादित करने की भी क्षमता प्राप्त हो। ग्रहाधिपति चन all'avore a इन सभी इन्द्रियों का संचालक मन है तथा मन का संचालक चन्द्रमा है वेदों में कहा गया है-'चन्दरमा मनसो जातः'- अर्थात चन्द्रमा मन है साधनाओं की दृष्टि से देखें तो चन्द्रमा ने स्वयं इतनी दिव्यता प all'avore a
इसका दूसरा नाम ही सुधाकर है। शरद पूर्णिमा की रात को आज खीर के कटोरे या दूध से भरे पात्र को रख कर चन्दरमा की किरणों से अमृत प पाप कात कर सर सा समान हैर है है uire वर्ष भर के लिये अमृत पान कर निरोग बन जाने का महोत्सव ही शरदोत्सव कहलाता है यहाँ तक कि समस्त देवों के अधिपति त्रिदेवों में भी प्रमुख, जिनका काम ही कल्याण करना है, ऐसे भगवान शंकर ने भी इसे अपनाया और किसी अन्य जगह नहीं सीधे अपने शीश पर ही स्थान दिया और स्वयं चन्द्रशेखर कहलाये।
चन QIORE चनccio ग्रहण पर अथवा चन्द्रमा के वृष राशि पर स्थित होने वाले सोमवार के दिन चन्द्रमा सबसे ज्यादा प्रभाली होता है है है है है है है साधकों को ऐसे समय चन्द्र को अनुकूल बनाने के औ और उसके पूरे वरदान को प all'avore
1- नेत्र ज्योति और चेहरे की कान्ति के लिये चन all'avore
2- सौन्दर्य, कला, साहित्य का कारक ग्रह चन्द्रमा ही अतएव इन क्षेत्रों में विशेष सफलता के लिये चन्द्रमा साधना फलदायी होती है है
3- मन का कारक होने से नवीन शोध क कार caricaयों अथवा कल्पना/परिकल्पना, विचारों में मौलिकता जहां आवश्यक है, उसके लिये यह श्रेष साधना है है
4- मन एवं नेत्रों पर आकर्षण तथा प्रभाव उत all'avore अतएव इस साधना द all'avore
5- नारी की कमनीयता अथवा सुघड़ता अथवा ममता और मातृत्व भाव चन्द्रमा की ही देन है है नारी की सुकोमलता, केश राशि एवं चेहरे का सौन all'avore सौन्दर्य निखारने तथा खोये सौन all'avore इसके अलावा 'मोती' धारण करना भी सौन all'avore
6- रस, मिष्ठान्न, खेती, बाग-बगीचे क कारscoयों में सफलता के लिये चन्द्रमा की साधना अनुकूल है।। है है है है है है है है है
7- सूर्य या अन्य क्रूर ग all'avore a
8- संवेदनाओं का आधार होने से कवित्व शक्ति, ग all'avore
9- आयुर्वेद, रसायन का मूल ग all'avore
10- पारद tiva
11- रोचकता, मौलिकता, उत्साह, तरंग, उमंग-यह सब चन all'avore
12- सौन्दर्य का तो आधार ही चन्द्रमा है, शक्ति यदि वं और सौन्दर्य से रहित हो जाये तो फिर उसे ही राक्तसस् कहा जाता है, अतएवं किसी भी क्रूर व्यक्ति या लंमिपा को सही राह पर लाने के लिये चन्द्रमा की शक्तर गजपवऍकी शक्तर लाती है।
13- समाज सुधार अथवा न all'avore
14- किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिये आध्यात्मिक आधार आवश्यक है है श्रद्धा, समर्पण, उदारता, त्याग, बलिद Schose
15- हमारी tiva यह अनुकूलता उच्चतम आदर्श की स्थिति तक चन्द्रमा की अनुकूलता से ही पहुँच प पाती है अतः अनुकूल वर या वधू प all'avore
इस साधना को किसी चन चन्द्रग्रहण की रात्रि में प all'avore साधना प्रम्भ करने से पूर्व पूजा स्थान में शिवलिंग एवं भगव भगवान शिव का चित्र हो तो अनुकूल रहता है है संक्षिप्त गुरु पूजन कर भगवान शिव का निम्न प all'avore
रात्रि में शुद्ध वस all'avore सामने चौकी अथवा भूमि पर निम्न प all'avore
उस पर सफेद वस्त्र बिछा दें। वस्त्र पर हल्दी से अर्ध चन्द्र की आकृति अंकॿत इं इस पर मंत all'avore
फिर निम्न मंत्र जिसे 'चन्द्र गायत्री' कहते है, उसका उच्चारण करते हुये चन्दन से यंत्र पर 11 बिन्दियां बनाये-
।। ऊँ क्षीर पुत्रय विद्महे अमृत तत्वाय धीमहि त२्ननय रः प्रचोदयात् ।।
अब 'सफेद हकीक माला' से निम्न मंत्र की 03 माला नित्य 05 दिनों तक जप क करें-
मंत्र जप के बाद गौतम ऋषिकृत चन्द्र स्तोत्र पढ ें-
O re che sei nella luna, ascolta i nomi di buon auspicio
यानि श्रृत्वा नरो दुःखान्मुच्यते नात्र संॶयः 1
Sudhakara e Soma sono i fiori di loto gloriosi e amano i gigli.
लोकप्रियः शुभ्र भानुश्चन्द्रमा रोहिणीपतिः ।।ः
La luna è il re della neve e il re dei bramini è la luna notturna
आत्रेय इन्दुः शीतांशुरोषधीशः कलानिधीः 3।।
Jaivatri, il fratello di Rama, è nato nell'oceano di latte.
नक्षत्रनायकः शम्भु शिरश्चूडामणिर्विभुः 4।।
Colui che recita questi nomi del cielo che allevia il calore e della lampada.
प्रत्यहं भक्ति संयुक्तस्त्स्य पीडा वि२श।्ियय
E chi lo reciterà in quel giorno otterrà tutto il meglio.
ग्रहादीनां च सर्वेषां भवेच्चन्द्र बलं सदा 6
साधना समाप्ति के बाद यंत्र/माला को 07 दिन बाद आने वाले सोमवार के दिन शिव मन्दिर में चढ़ा दें दें
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